संजय सिंह की कस्टडी पर सुनवाई पूरी, राउज एवेन्यू कोर्ट थोड़ी देर में सुनाएगी फैसला आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को शराब घोटाले में ईडी ने बुधवार को गिरफ्तार किया था. रातभर उन्हें ईडी के हेडक्वार्टर में रखने के बाद दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया है.

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को शराब घोटाले में ईडी ने बुधवार को गिरफ्तार किया था. रातभर उन्हें ईडी के हेडक्वार्टर में रखने के बाद दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया है. इस मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है. कोर्ट थोड़ी देर में फैसला सुनाएगा. सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ईडी से पूछा कि जब संजय सिंह के खिलाफ आपके पास पुख्ता सबूत थे, तो फिर गिरफ्तारी में इतना वक़्त क्यों लगाया? साथ ही पूछा कि पैसों के जिस लेनदेन की बात आप (ED) कर रहे हैं, तो मामला तो काफी पुराना है, फिर गिरफ्तारी में इतनी देरी क्यों?

वहीं जब ईडी ने संजय सिंह की 10 दिन की कस्टडी मांगी तो कोर्ट ने ईडी से पूछा कि संजय सिंह का फोन आपके पास जब्त है, तो कस्टडी क्यों चाहिए? कोर्ट में ईडी ने कहा कि इस मामले में बयान अभी दर्ज हुए हैं. दिनेश अरोड़ा के कर्मचारी ने बताया कि उसने 2 करोड़ रुपए संजय सिंह के घर दिए थे. इसके अलावा 1 करोड़ इंडो स्प्रिट के ऑफिस से लेकर भी संजय सिंह के घर दिए थे. कल (4 अक्टूबर 2023) जो सर्च हुई, उसमें डिजिटल एविडेंस मिला है. उसको लेकर कन्फ्रंट करना है. साथ ही ईडी ने कहा कि संजय सिंह का फोन हमने जब्त कर लिया है. इसमें कुछ कॉन्टैक्ट नंबर मिले हैं. हमें कुछ कन्फ्रंट कराना है.

इसके बाद कोर्ट ने पूछा कि फोन तो आपने ले ही लिया है. सीडीआर निकाल ही लेंगे, तो उसमें क्या कन्फ्रंट (आमना-सामना) करेंगे. ED ने कहा कि तीन लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया है. ईडी ने कहा कि हमने 10 दिन की कस्टडी मांगी है, लेकिन बाद में कहा कि 7 दिन भी देंगे तो मंजूर है. संजय सिंह के वकील ने दी ये दलील संजय सिंह की ओर से पेश हुए सीनियर एडवोकेट मोहित माथुर ने कहा कि कुछ ऐसे मुकदमों में हैं, जिनमें जांच कभी पूरी नहीं होती. जांच का ये सिलसिला कभी नहीं रुकने वाला है. अब इस मामले में ED का स्टार गवाह दिनेश अरोड़ा है. वो ED और CBI दोनों मामलों में आरोपी था. दोनों ही मामलों में सरकारी गवाह बन गया है.

उसकी विश्वसनीयता सवालों के घेरे में है. मोहित माथुर ने दलील दी कि दिनेश अरोड़ा की क्रेडिबिलिटी पूरी तरह से संदिग्ध है. जांच एजेंसी जिसको पकड़ना चाहती है, उसको दिनेश अरोड़ा के बयान पर ही पकड़ लेती है. एक बार भी जांच एजेंसी ने समन नहीं किया. दिनेश अरोड़ा बार-बार अपना बयान भी बदल रहा है. एक अगस्त को जब इसी अदालत ने दिनेश अरोड़ा को ज़मानत दी तो उसके बाद से ही उसका टोन और अंदाज बदल गया. ‘दिनेश अरोड़ा के बदलते रुख पर गौर करें’ एडवोकेट माथुर ने कहा कि दिनेश अरोड़ा जब चाहे तब बयान देने लगते हैं.उन्होंने कोर्ट से कहा कि मैं आपसे विनती करता हूं कि आप दिनेश अरोड़ा के बदलते रुख पर गौर करें. उन्होंने एक बयान दिया, जो ईडी को पसंद नहीं आया. उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया. फिर उन्हें जमानत दे दी गई और उनके बयान दर्ज किए गए. माथुर ने कोर्ट से कहा कि वह बयान देखिए जो 14 अगस्त को दर्ज किया गया था.

कोर्ट में संजय सिंह बोले- मेरे लिए अलग कानून क्यों? कोर्ट में संजय सिंह ने कहा कि झूठ की कोई इंतेहा नहीं है. अमित अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया, मैं उनके लिए इतना अनजान था कि उसे मेरा नाम याद नहीं आया, लेकिन अचानक मेरा नाम याद आया. दिनेश अरोड़ा ने कई बार बयान दिया, उसको संजय सिंह का नाम याद नहीं आया. लेकिन अचानक इन्होंने क्या किया आप खुद समझ सकते हैं. अचानक क्या हुआ कि सबने मेरा नाम लिया?

संजय सिंह ने कोर्ट से कहा कि मैं हाथ जोड़ के विनती कर रहा हूं, अगर इनके आरोप में सच्चाई है तो मुझे कड़ी से कड़ी सजा दें. लेकिन ऐसे बेबुनियाद जांच करना कहां तक उचित है? मुझे एक बार भी बुलाया नहीं गया, मेरे लिए अलग कानून क्यों सर?

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Desert Darshan

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